कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं...


Best Friendship Poetry

मैं यादों का किस्सा खोलूँ ..

तो कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं !

मैं गुजरे पल को सोचूँ..

तो कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं !


अब जाने कौन-सी नगरी में,

आबाद हैं जाकर मुद्दत से !

मैं देर रात तक जागूँ ..

तो कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं !


कुछ बातें थीं फूलों जैसी,

कुछ लहजे खुशबू जैसे थे,

मैं शहर-ए-चमन में टहलूँ 

तो कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं !


सबकी जिंदगी बदल गई..एक नए सिरे में ढल गई..

किसी को नौकरी से फुरसत नहीं...किसी को दोस्तों की जरूरत नही !

सारे यार गुम हो गए हैं..."तू" से "तुम".. और "आप" हो गए हैं !

मैं गुजरे पल को सोचूँ..

तो कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं !


धीरे धीरे उम्र कट जाती है...

जीवन यादों की पुस्तक बन जाती है,

कभी किसी की याद बहुत तड़पाती है...

और कभी यादों के सहारे ज़िन्दगी कट जाती है !


किनारों पे सागर के खजाने नहीं आते,...फिर जीवन में दोस्त पुराने नहीं आते !

जी लो इन पलों को हंस के दोस्त.. फिर लौट के दोस्ती के जमाने नहीं आते !













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